सरकार और राज्य के बीच अंतर

Difference in State and Government

Hello दोस्तों ज्ञानउदय में आपका एक बार फिर स्वागत है, और आज हम आपके लिए लेकर आए हैं । राजनीति विज्ञान में सरकार और राज्य के बीच में अंतर । राज्य यानी State के बारे में हम पहले बात चुके है । राज्य (State) के बारे में पढ़ने के लिए यहाँ Click करें । जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं, सामान्य बोलचाल में राज्य और सरकार में कोई अंतर नहीं माना जाता । इसके अलावा अनेक विचारकों जैसे होब्स, जी. टी. एच. कोल्ड, डिग्विट, लास्की और केलर जैसे विद्वानों ने भी राज्य तथा सरकार में कोई अंतर नहीं माना है । जैसे कुछ प्राचीन विचारक थे । वह लोग राज्य और सरकार को एक ही मानते थे ।

लास्की के अनुसार राज्य ही सरकार है । क्योंकि उसका मुख्य उद्देश्य व्यवहारिक रूप में शासन करना है । और

जी. टी. एच. कोल्ड कहते हैं कि राज्य अपने सामान्य अर्थ में अपनी जाति को प्रशासन करने वाली सरकार है । लेकिन अगर वास्तव में देखा जाए तो राज्य और सरकार में बहुत अंतर है ।

गार्डनर ने राज्य और सरकार में कई अंतर को स्पष्ट करते हुए अपने विचार दिये है कि सरकार वह संगठन है, जिसके द्वारा राज्य की इच्छा व्यक्त होती है और उसके द्वारा राज्य के उद्देश्य को पूरा किया जाता है । जबकि सरकार राज्य का एक विशेष गुण हैं । परंतु उसे राज्य कहना उतना ही गलत है, जितना कि किसी प्राणी के मस्तिष्क को प्राणी कहना और किसी निगम के बोर्ड को निगम कहना । तो यहां से आपको यह स्पष्ट हो जाता है कि सरकार राज्य का एक विशेष गुण है । लेकिन इसे राज्य नहीं कहा जा सकता । क्योंकि सरकार राज्य की अगल भी हो सकती है । जैसे केंद्र और राज्य की सरकार ।

इस Post के ज़रिए हम कम से कम 10 अंतरों के बारे में बात करेंगे । तो आइए जानते हैं राज्य और सरकार के बारे में प्रमुख अंतर क्या है ?

1 पहला अंतर है । राज्य प्रधान है और सरकार उसका प्रतिनिधि है । इस तरीके से आप यह देख सकते हैं कि सरकार अधिकतर राज्य के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करती है । चाहे जैसी भी शासन प्रणाली हो वह एक राज्य को Represent करती है । सरकार राज्य का केवल कार्यवाहक प्रतिनिधि है ।

2 दूसरा यह है कि राज्य साध्य है और सरकार एक साधन मात्र है । सरकार के माध्यम से राज्य के उद्देश्य को पूरा किया जाता है । उन्हें व्यवहारिक रूप दिया जाता है । तो हम जान गए कि राज्य एक पूर्ण है और सरकार उसका अंग है । जो राज्य के उद्देश्यों को कार्य रूप देती है और राज्य के कल्याण और विकास के लिए कार्य करती है ।

3 राज्य और सरकार में तीसरा अंतर है कि राज्य प्राकृतिक और विकसित है । सरकार को निर्मित किया जाता है । राज्य एक प्राकृतिक संस्था है और एक स्वाभाविक संस्था है । जो अपने आप विकसित होता है । राज्य अपने आप बन जाता है । लेकिन इसके विपरीत जो सरकार होती हैं, वह एक निर्मित संगठन है । जो राज्य के लोगों द्वारा राज्य के लिए बनाई जाती है । 

4 इसी प्रकार चौथा अंतर है । राज्य पूर्ण है और सरकार उसका अंग है । तो राज्य की परिभाषा देते समय राज्य के चार मुख्य अंगों (जनसंख्या, भूभाग, सरकार और संप्रभुता) के बारे में हमने पढ़ा है और सरकार राज्य का एक आवश्यक तत्व है ।

5 राज्य और सरकार में पांचवा अंतर है । नागरिक राज्य के सदस्य हैं, सरकार के नहीं । तो आपको पता है की सदस्यता की बात है । तो अंतर स्पष्ट हो जाता है । लोग राज्य के अंतर्गत निवास करने वाले वह राज्य के सदस्य होते हैं । सरकार के सदस्य नहीं होते, क्योंकि सरकार तो राज्य की प्रतिनिधित्व होती है । इसलिए मनुष्य राज्य के नागरिक कहलाए जाते हैं । सरकार के नहीं । सरकार के अंदर जो न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका होती है । विधायिका से कार्यपालिका बनती है और न्यायपालिका कानूनों का पालन करवाने के लिए बनाई जाती है ।

6 छटा अंतर है । राज्य स्थायी है और सरकार अस्थाई है । राज्य के अंतर्गत समय-समय पर सरकार का स्वरूप बदलता रहता है । इसी तरह सरकार भी स्वयं बदलती रहती है । लेकिन राज्य नहीं बदलता है । तो यह भी अंतर महत्वपूर्ण है कि राज्य स्थायी है और सरकार अस्थाई । और

7 सातवा अंतर है कि राज्य अमूर्त है और सरकार मूर्त है । राज्य एक सैद्धांतिक अवधारणा है, जबकि सरकार उसका एक मूर्त रूप है । राज्य आत्मा की तरह अमूल्य होता है और सरकार शरीर की तरह मूर्त होता है । यह अंतर उस अंतर के समान हैं, जो किसी व्यक्ति के नैतिक और बौद्धिक और उसके भौतिक शरीर में होता है ।

राज्य के बारे में जानने के लिए यहाँ Click करें ।

8 आठवां अंतर है, राज्य और सरकार में । राज्य तथा सरकार के बीच विरोध और आंदोलन सरकार के विरुद्ध होता है । राज्य के विरुद्ध नहीं । जनता द्वारा अगर कोई विरोध किया जाता है या आंदोलन किया जाता है, तो वह सरकार के विरुद्ध होता है । राज्य के विरुद्ध नहीं ।

9 नवां अंतर सरकार तथा राज्य के अंतर्गत । राज्य के लिए भूभाग आवश्यक है । सरकार के लिए भूभाग जरूरी नहीं है । प्रत्येक राज्य सामान होते हैं और और राज्य के लिए भूभाग की आवश्यकता होती है । बिना भूमि के किसी राज्य की कल्पना भी नहीं की जा सकती है । लेकिन सरकार के लिए किसी भूभाग की आवश्यकता नहीं होती ।

10 दसवा और आखरी अंतर है । प्रत्येक राज्य का स्वरूप सामान है । परंतु प्रत्येक सरकार का रूप सामान नहीं है । प्रत्येक राज्य समान होते हैं । सभी राज्यों के चार महत्वपूर्ण गुण होते हैं । जनसंख्या, भूभाग, सरकार और संप्रभुता । आप ने राज्य के संबंध में पढ़ा था, लेकिन सभी राज्यों की सरकारें एक समान नहीं होती । इनका स्वरूप अलग अलग होता है । विभिन्न राज्यों की सरकारें अलग-अलग तरह की होती हैं । उनके कानून अलग अलग होते है और काम करने का तरीका भी अलग अलग हो सकता है ।

तो दोस्तों यह थे राज्य और सरकार के बीच 10 मुख्य अंतर । इसको आप याद रखिए । अगर Post अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ ज़रूर Share करें । तब तक के लिए धन्यवाद !!

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.