संयुक्त राष्ट्र संघ

United Nations Organization

Hello दोस्तों ज्ञान उदय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम आपके लिए लेकर आए हैं, संयुक्त राष्ट्र संघ के बारे में यानी कि United Nations Organization (UNO) के बारे में जानकारी । आइए शुरू करते हैं । हम अपने प्रश्न से ही उत्तर ढूंढने की कोशिश करते हैं । United यानी संगठित । Nations यानी बहुत सारे देश और Organization का मतलब उन सब का एक संघ यानी संगठन । तो वास्तविकता में संयुक्त राष्ट्र संघ क्या है, इसको हम शुरू से जानने की कोशिश करेंगे । तो चलिए step by step समझते हैं ।

संयुक्त राष्ट्र संघ का अर्थ और आवश्यकता

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि जो विश्व युद्ध हुए थे, तो उन युद्धों से दुनिया भर में कितना नुकसान हुआ था, कितनी जाने गई थी और कितना विश्व स्तर पर विश्व धरोहर का नुकसान हुआ था । लोगों के साथ बहुत बुरा हुआ और मानवता का बहुत ज्यादा नुकसान हुआ था । प्रथम विश्वयुद्ध 1914 से लेकर 1918 तक और द्वितीय विश्वयुद्ध 1939 से लेकर 1945 तक चला । यह हमारे विश्वयुद्ध के Durations हैं और यह भी हम जानते हैं कि जब ये युद्ध हुए थे, तो पूरी दुनिया एक दूसरे से लड़ रही थी । तो इसका क्या नुकसान हुआ था और लोगों को क्या तकलीफ हुई, जो लोगों का आपसी भाईचारा था । जो हमारी शांति थी वह किस तरह से भंग हो गई । तो उसी शांति को हमेशा बनाए रखने के लिए हमने संस्थाओं का सहारा लिया । संस्था कैसे काम करती है । सीधी सी बात है, अगर घर में चार बहन भाई लड़ रहे हो तो और मां-बाप उनको किसी बात पर समझा-बुझाकर देते हैं और राज़ी कर लेते हैं । इसी तरह दो देशों की समस्याओं को संस्था द्वारा खत्म किया जाता है ।

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संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना

देशों को संगठित रखकर विश्व में शांति संभव है । 26 जून 1945 में एक act पास किया गया यानी एक कानून पास किया गया । जिस पर कई देशों द्वारा हस्ताक्षर किए गए और जिसका नाम दिया गया -United Nations Organization (यूनाइटेड नेशनस ऑर्गेनाइजेशन) यानी कि संयुक्त राष्ट्र संघ । इस पर हस्ताक्षर किए गए और बोला गया कि पूरी दुनिया को एक ऐसी संस्था की आवश्यकता है, जो दुनिया को संगठित और मजबूत करके रख सकें । जो दुनिया को बांध के रख सके, टूटने ना दे । 26 जून को इस पर हस्ताक्षर होने के बाद 24 अक्टूबर को 1945 में इस कानून को लागू कर दिया गया । उस समय 51 देशों ने संयुक्त राष्ट्र संघ के लिये हस्ताक्षर किए जिसमे भारत भी शामिल था ।

हालांकि उस समय यानी 1945 में हमारा देश भारत अंग्रेजो के कब्जे में था । तो अगर उस हिसाब से देखा जाए तो हमें आजादी तो बाद में मिली थी और उस तरह से हमें 2 साल बाद संयुक्त राष्ट्र संघ में शामिल होना चाहिए था । लेकिन 30 अक्टूबर को इंग्लैंड में हमारे भारत को भी यूनाइटेड नेशन का हिस्सेदार बनवा दिया और उस समय हमारे भारत की रैंक 51 थी । तो उस समय लगभग 50 देशों ने साइन किए थे और हमारा भारत था 51 वे नंबर पर ।

संयुक्त राष्ट्र संघ का उद्देश्य

संयुक्त राष्ट्र संघ बनाने का उद्देश्य देश में शांति व्यवस्था कायम करना, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूरी दुनिया के जो देश हैं, वह सुरक्षित रहें । जो हम विश्व युद्ध झेलते आ रहे थे- किसी वजह से ये आपसी फायदों के लिए लोगों को आपस में लड़वाये जाते थे और वह अपने फायदे के लिए और अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए दुनिया को बर्बाद करते थे । इस तरह के युद्ध और विवादों को रोकने और उस चीज को खत्म करने के लिए United Nations Organization बना । इसका उद्देश्य यही है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति और सुरक्षा को बनाये रखना ।

संयुक्त राष्ट्र संघ की भाषा

अगर हम कोई संस्था बनाते हैं, तो उसमें कौन सी भाषा रहेगी क्योंकि हर देश की अपनी भाषा होती है । अपनी संस्कृति होती है । तो इस संस्था में किस भाषा का विश्व स्तर पर इस्तेमाल किया जाएगा । वह भाषा थी अंग्रेजी, फ्रेंच, अरेबिक, चाइनीस, स्पेनिश । यानी यह पांच भाषाओं को यूनाइटेड नेशंस ऑर्गेनाइजेशन ने आधिकारिक भाषा (Official Language) बनाया गया । वहां की सरकारी भाषा बनाया गया । ताकि वहां का जो काम काज है, इन भाषाओं में चल सके ।

क्या संयुक्त राष्ट्र संघ दुनिया की सरकार है ?

अब एक सवाल यह भी उठता है कि यह जो संयुक्त राष्ट्र संघ बना है, क्या यह एक सरकार है ? या पूरी दुनिया की सरकार है ? जवाब है, नहीं । यह कोई पूरी दुनिया की सरकार नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया की सरकारों की सहमति से बनाया गया एक ऐसा मंच है, जहां पर पूरी दुनिया के देशों की समस्याओं का समाधान किया जा सके ।

संयुक्त राष्ट्र संघ के पद

अब क्या हुआ कि जाहिर सी बात है कि अगर यह मंच (Organization) हैं । तो यहां पर पद भी होंगे । Leaders भी होंगे । तो इसका मतलब यहां पर जो सबसे बड़े लीडर हैं । वह हैं SG यानी Security General जिसे हिंदी में महासचिव कहा जाता है । जो 12वीं वाले विद्यार्थी राजनीति विज्ञान लेते हैं, वह अधिकतर हिंदी में पढ़ते हैं, तो उन्होंने महासचिव पढ़ा है । तो वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र संघ के महत्वपूर्ण पद निम्नलिखित हैं ।

पहला सबसे महत्वपूर्ण पद है – महासचिव जो हैं – Mr. Antonio Guterres जो कि पुर्तगाल से हैं ।

दूसरा पद है – उप महासचिव यानी Deputy Security General वो हैं – Amina J. Mohammed । जो ब्रिटिश हैं ।

तीसरा पद है – आम सभा के अध्यक्ष (जनरल असेम्बली प्रेसिडेंट), President of General Assembly वह हैं – Tijjani Muhammad Bande  

तो यह सारे वह मुख्य पद हैं, या पोस्ट है- जो United Nations में वहां के कामों को लीड करते हैं, काम चलाते हैं । तो जाहिर सी बात है कि सारी दुनिया की सरकारों ने यह यह मंच बना दिया । ये लोग सरकार के अंगों की तरह ही काम करते है । लेकिन यह दुनिया की सरकार (World Government) नहीं है । यह सिर्फ एक Organization है और यह दुनिया का सबसे बड़ा और शक्तिशाली संगठन है ।

संयुक्त राष्ट्र संघ के अंग

संयुक्त राष्ट्र संघ का जो संविधान है, उसे हम चार्टर (Charter) कहते हैं । चार्टर के अंदर ही यानी UN के संविधान के अंदर उनके प्रमुख अंगों के बारे में बताया गया है ।

संयुक्त राष्ट्र संघ के छह अंग हैं ।

पहला है महासभा (General Assembly)

दूसरा सुरक्षा परिषद (Security Council)

तीसरा है सामाजिक आर्थिक परिषद (Economic and Social Council)

चौथा न्यायसिता परिषद (Trusteeship Council)

पांचवा अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (International Court of Justice) और

छटा सचिवालय (Secretariat)

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संस्था में सबसे अधिक शक्तिशाली अंग :: सुरक्षा परिषद

आइए बात करते हैं कि इस संगठन में सबसे ज्यादा शक्ति या पावर किसके पास है ? तो 1945 में जब ये संगठन बनाया गया था,  तो 5 देशों को इसका स्थाई सदस्य (Permanent Member) बनाया गया । Security Council (सिक्योरिटी काउंसिल) के मेंबर यानी कि सुरक्षा परिषद | इसका जो मुख्य उद्देश्य है ! वह है सुरक्षा (Security & maintenance of Peace on international level) । जो कि सुरक्षा परिषद द्वारा की जाती है । वह कौन-कौन हैं !

1 अमेरिका

2 फ्रांस

3 इंग्लैंड

4 रूस

5 चीन

1945 में यह पांच देश उस समय में परमाणु शक्ति से लेस थे । यानी इनके पास Atomic Weapons थे । और यह वही पांच देश है, जो दूसरा विश्वयुद्ध जीते थे । इसीलिए इन पांचों देशों को सिक्योरिटी काउंसिल का परमानेंट मेंबर यानी स्थाई सदस्य बना दिया गया ।

वीटो शक्ति (VETO Power)

इन पांच देशों को कोई भी नहीं हटा सकता और इन पांचों देशों के पास एक बहुत ही महत्वपूर्ण पावर है । जिसे हम कहते हैं, वीटो पावर (VETO POWER) । वीटो की जो पावर है । अगर पांचों देश कुछ भी कहें । अगर सारी असेंबली भी उस बात पर सहमत हो । तो इन पांचों देशों में से अगर कोई भी एक असहमत होता है, तो वह कानून पास नहीं हो सकता । तो जो वीटो की पावर है, वह बहुत ज्यादा ताकतवर होती है । जो कि यह इन 5 देशों के पास मौजूद है । अगर इनकी मर्जी के खिलाफ कुछ होता है, तो यह अपनी Power का इस्तेमाल करते हैं । तो हम जानते हैं कि अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड, रूस और चीन इन सभी के पास वीटो इस्तेमाल करने की शक्ति है ।

महासभा (General Assembly)

वर्तमान में महासभा में 193 देश शामिल है । जैसा कि हमने शुरू में बताया था कि कितने 50 देशों ने मिलकर UNO को बनाया था । लेकिन बाद में इसमें कई देश शामिल हुए । अब इसमें 193 देश शामिल हो चुके हैं । लगभग पूरी दुनिया में जो देशों की संख्या है । वह है 208 से 210 लगभग । यह संख्या घटती बढ़ती रहती है क्योंकि कुछ देश टूटकर बनते हैं, तो कुछ देश दूसरे देशों में भी शामिल हो जाते हैं । लेकिन 193 देश एक बहुत बड़ा नंबर होता है । बहुत बड़ी संख्या हो गई यानी जनरल असेंबली में इतने देश हैं । हर किसी के पास एक वोट या एक मत होता है । अगर जनरल असेंबली में कोई बात डाली जाए तो या पूरे यूएन में बात करनी है  या किसी देश में कुछ समस्या है, हमें शांति चाहिए तो उसका हल निकाला जाए । तो उसका कोई एक मुद्दा रखा जाता है । तो उस मुद्दे पर अपनी सभी देश राय रखते हैं । तो हाथ उठा कर अपना वोट डालते हैं ।

अस्थाई सदस्य (non-permanent seat in security council)

अब हमें पता लगा कि 5 देश स्थाई सदस्य के तौर पर (परमानेंट मेंबर- सिक्योरिटी काउंसिल) में है । 15 मेंबर नॉन परमानेंट यानी स्थाई काउंसिल में है । यानी जो परमानेंट मेंबर है 1945 से लेकर आज तक इनको हटाया नहीं गया है । और शायद भविष्य में भी इनको नहीं हटाया जा सकता । लेकिन यह जो 15 सदस्य हैं, सुरक्षा परिषद (सिक्योरिटी काउंसिल) में जो अस्थाई सदस्य हैं, तो उनको दो 2 साल के लिए चुना जाता है । हमारा भारत भी कई बार चुना जा चुका है, तो उसकी सीट भी यूएन में शामिल होती है ।

यानी कि 193 देशों ने साइन किया है, शांति और सुरक्षा के लिए । इसमें हमारे लिए जानने वाली बात यह है कि यूएन सबसे बड़ा और इसका हेड क्वार्टर न्यूयोर्क सिटी अमेरिका में है ।

संघ को लेकर लोगों की भ्रांतियां

UN को लेकर लोगों के मन में बहुत सारे सवाल पैदा होते हैं । जिनमें एक सवाल ये भी पैदा होता है कि इसमें जो स्थाई सदस्य हैं । उनकी मनमानी ज्यादा चलती है । अगर वह किसी को सजा देना चाहे या किसी को छोड़ना चाहे, तो वह अपने फैसले उस तरीके से देते हैं । यानी उनकी मनमानी चलती है । तो कुछ लोगों का इस बारे में तर्क है कि बड़ी ताकतों का यूएन पर राज होता है । तो शायद जो छोटी ताकत है, जो छोटे देश हैं -नुकसान करने पर आ जाती है । तो उनको दबाया जा सकता है । कुछ लोग यह भी कहते हैं कि कुछ और लोगों को भी यूएन की सिक्योरिटी काउंसिल में परमानेंट मेंबर जगह मिलनी चाहिए । यहाँ तक भी कहा जाता है कि UN कुछ काम नहीं करता । अमेरिका के दबदबे में ही काम करता है । हां यह कुछ हद तक बात कही जा सकती है, क्योंकि यूएन के अंदर जो सबसे ज्यादा पैसा लगाया जाता है । वह अमेरिका द्वारा ही लगाया जाता है । यह जो सबसे ज्यादा अमेरिकन को चलाने के लिए सपोर्ट करता है ।

अगर संयुक्त राष्ट्र संघ किसी भी देश के खिलाफ जंग के लिए साइन कर दे, तो उस देश के खिलाफ बाकी सारे देश अपनी अपनी सेनाएं भेज सकते हैं । यानी कि अगर देखा जाए संघ यह एक बहुत ज्यादा कारगर आर्गेनाईजेशन साबित है और लोगों का यह भी कहना है कि यूएन से कोई फायदा भी नहीं है । लेकिन बहुत से लोग यह कहते हैं कि 70-75 साल हो गए, लेकिन UN के कारण कोई बड़ा या तीसरा विश्व नहीं हुआ है । तो वह यूएन की बदौलत है । क्योंकि जब भी कोई ऐसा मुद्दा अंतराष्ट्रीय स्तर पर होता है, जिससे विश्वयुद्ध का खतरा होता है । तो उस बात को UN में लेकर जाया जाता है । तो सारे देशों से आपसी मशवरा करके उस बात पर हल निकाला जाता है और समस्या को रोका जाता है । उसका हल निकाला जाता है । तो इस तरीके से कई सारे ऐसे मुद्दे हैं, जो बहुत संवेदनशील हो सकते हैं । जिन्हें UN द्वारा रोक जाता है ।

भले ही संघ किसी बड़ी ताकत के दबदबे में काम करता हो या कभी-कभी आवाज उठाता हो । लेकिन उसके बावजूद भी संयुक्त राष्ट्र संघ का होना विश्व शांति के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है, क्योंकि जब तक हमारे पास ऐसा मंच नहीं होगा, जहाँ सभी देश मिलकर आपसी बातचीत से समस्यायों का समाधान कर सकें, तब तक उसका कोई फायदा नहीं है ।

तो दोस्तों ये था । संयुक्त राष्ट्र संघ के बारे में जानकारी । अगर ये Post आपको अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ ज़रूर Share करें । तब तक के लिए धन्यवाद !!

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